Manhara मनहारा
कद इथ डोले, कद उथ भागे, बावरा मनवा मोरा, मोरी इक ना माने मन, मन के आगे, अब मैं हारा !!!
Search This Blog
Monday, 31 December 2018
नववर्ष अभिनंदन
छात्रसंघ राजकीय पी. जी. महाविद्यालय, बाड़मेर अंतरप्रांतीय कुमार साहित्य परिषद एवं उजास संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में नववर्ष पर आयोजित कवि सम्मेलन में कविता पाठ करते हुए।
Newer Posts
Older Posts
Home
Subscribe to:
Comments (Atom)