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Sunday 3 August 2014

दोस्त हो कोई...

यहाँ दोस्त तो
सभी है हमारे
दिल के क़रीब भी
होता कोई

लभों से कुछ ना
कहते उसे
नैनों की भाषा
समझता कोई

कुछ अपनी कहते
कुछ उसकी सुनते
बातें बेवजह यूँ ही
होती कोई

ख़ुशी में हँसते
ग़म में ग़मगीन होते
ऐसा कभी कहीं
अपना भी होता कोई

राज जो सीने में
दबे है हज़ारों
इन्हें जान पाता ऐसा
राजदार होता कोई

अब तक नहीं मिला
सच्चा दोस्त कोई
एक दिन जरूर मिलेगा
सच्चा प्यारा दोस्त कोई

Happy Friendship Day !!

Manish Sharma