अगर आपका लेखन से दूर तलक़ कोई वास्ता नहीं है तो कतई सच्चे प्यार के चक्कर में ना पड़ें। सिर्फ़ पैसा कमायें। लेखकों को प्यार करना इसलिए जरूरी होता है कि दिल लगाने से लेकर दिल तुड़वाने तक लगभग सभी तरह के खुशियाँ और ग़म भरे गीत, शायरी, गज़ल, नज़्म, कवितायें और कहानियाँ लिखनी होतीं हैं।
वैसे अंत में वही सच्चा प्यार झूठा निकलता हैं और लेखक तन्हा।
~ मनीष शर्मा
No comments:
Post a Comment